भारत सरकारGOVERNMENT OF INDIA
संस्कृति मंत्रालयMINISTRY OF CULTURE
Raipur, Chhattisgarh
March 15, 2023 to March 15, 2024
लक्ष्मीनाथ सोनी जी का जन्म 23 नवंबर, 1918 को रायपुर जिले के धमतरी तहसील में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री नीलमणि सोनी था। उन्होंने धमतरी के स्कूल में प्राथमिक तक शिक्षा प्राप्त की थी। सोनी जी का पूरा परिवार में राष्ट्रीय भावना से प्रेरित था। अतः लक्ष्मीनाथ जी को भी रुद्री जंगल सत्याग्रह मे भाग लेने के कारण 12 वर्ष की अल्प अवस्था होने के बाद भी धारा 144 तोड़ने के जुर्म में बेतों की सजा मिली थी।
अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन प्रारंभ होने के साथ ही वे गुप्त क्रांतिकारी गतिविधियों में संलग्न हो गए थे। उन्होंने क्रांतिकारी पर्चो का वितरण किया और पुलिस की नजर में आ गए थे। इसके बाद भी लक्ष्मीनाथ जी ने अपनी कार्यवाही बंद नहीं की थी। गंगरेल के निकट रुद्रेश्वर महादेव के मंदिर को बैठक का स्थान बनाकर ब्रिटिश शासन के विरूद्व कार्यवाही करने की योजना बनाने लगे थे। सितंबर 1942 को पुलिस कैंप को धमतरी के युवकों ने तहस-नहस कर दिया था। पुलिस ने युवकों को डराने के लिए हवाई फायर भी किया था। इस घटना के पश्चात् कई युवकों की गिरफ्तारी हुई थी। जिसमें लक्ष्मीनाथ सोनी भी थे। उन्हें 6 माह के कारावास की सजा हुई थी। कारावास से मुक्त होने के बाद भी सोनी जी को 3 माह अपने घर पर नजरबंद रखा गया था।