Melodies of Freedom | Azadi Ka Amrit Mahotsav, Ministry of Culture, Government of India

Melodies of Freedom Detail

Song of Awadhi

आठ नाव मा बैठ फरगं ी, जइसेबोलेनाव चलाव ।
बात नकरतैपरलय होइगै, अब कोउ आव दख न ताव।।
चलगैगोली हैबीरन कै तड़ तड़ तड़ तड़ सबद सुनाय।
गोरेकूद परेगंगा मा, नाव क लहन हैढाल बनाय।।
नाव बगल कर वार बचावै, लरका बा रहेडेराय।
साँझ भयेपर अस कुछ होइगा, फंसगैनाव बीच मा जाय।।
रते ी तेजब नाव न छूटैनावक छोड़ी नाव का जाय।
नाव चलैया आठौ भाग, अब को नाव चलावेभाय।।
कैटेन हवीटग जोर लगायो, डारउे नाव धार मा जाय।
जऊन नाव म रहैथामसन, गोली लाग नाव मा जाय।।
गोली लागत परलय होइगै, अब कुछ रहा ठेकाना नाय।
कहेथामसन हमबचाऊ, अब हम करबेकौन उपाय।।
नाव थामसन कैजब बैठ, गोरेबहेगंग क धार।
नाव छोड़ के भाग थामसन, पैरत चला जाए सयार ।।
तक तक गोली गोरन मार,बरततीर रहेबरसाय।
बरत तीर गंगा मा छूट, जइसेलूक चलैमुंह बाय।।
नाव भगावैमन पछतावै, अब हम करबैकउन उपाय।
बचत बचावत आगेआवत, नयै ा चली धार मा जाय।।
जान इंडया मा बचहैना, अब हम गए अवध मा आय।
तब जनाथ सह गोहरायो जवानौ कदम हटायौ नाय।।
खेद के मारौ अं ेजन का, बच के नकर न याको जाय।
अतना सुनतेबड़ेसूरमा, अब ना राखदेर लगाय।।
वीर बैसवारेके नाहर वह दन ग दन ललकार।
कदम पछारी का डरबैना, मालक मानो कहा हमार।।
जबही देखेउ अं ेजन का , कहेउ बम बम के जयकार।
वीर जवान सब बड़ेअगारी, मंदर जहाँमहादेव या र ।।
नौ ओर सेगोली बरसे, भैया बसर के मैदान ।
गोली परगैहैरसन के, देखौ काह रचेभगवान।।
भगदर परी देख वानन मा, तब जनाथ कहगोहराय।
हमरी गौरन के बरनी होइ, देखौ केह पर राम रसाय।।
तब तक गोली अं ेजन कै, परगैरहैकलेजेमाय।
गोली लागत परलय होइगै, ठाकुर दहेउ ान गंवाय।
खबर डौड़या खेरा पचं ी, अब तो कछूठकाना नाय ।।
राम बकस बढके गोहरावै, यहका बदला लेब चकु ाय।।
बठूर सेअं ेज़ क टुकड़ी गंगानद मनाव ारा यागराज जा रही थी. बैसवारा े के बसर मांतकारय नेउहनद मही मार गराया था.
कसी तरह चार अं ेजी तैरकर भाग नकले, बाक सब मार दए गए थ.े यही घटनाम हैइस रचना म


Author: Dr. Ram Bahadur Mishra. Sent to MOC & SNA.

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