नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा अधिकारी ओंकार स्वामी ने बताया कि मेरी माटी-मेरा देश एक ऐसा अभियान है जो भारतीय नागरिकों के बीच मातृभूमि के महत्व को साझा करने और अपने देश के प्रति समर्पण की भावना को बढ़ावा देने का प्रयास करता है। उन्होने बताया कि यह अभियान सितंबर के पूरे महीने तक ग्राम पंचायत स्तर पर संचालित होगा, फिर 1 से 13 अक्टूबर के बीच कलश यात्रा के माध्यम से इस मिट्टी को ब्लॉक स्तर पर ले जाया जाएगा और 22 से 27 अक्टूबर के बीच इस मिट्टी को बड़े कलशों में डाला जाएगा, जो कि राज्य स्तर के कार्यक्रम और कलश यात्रा को राज्य स्तर पर ले जाने के लिए होगी। 28 से 30 अक्टूबर के बीच एक राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें देश के विभिन्न कोनों से आये अमृत कलश युवा वॉलंटियर्स द्वारा नई दिल्ली ले जाए जाएंगे। इस अभियान के तहत परंपरागत रूप से वेशभूषित युवा वॉलंटियर्स 75 वर्षों के स्वतंत्रता के जश्न को मनाएंगे और उनके साथ कर्तव्य पथ पर अमृत कलश के साथ मार्च करेंगे। इन अमृत कलशों से जुटी मिट्टी का उपयोग दिल्ली में हमारे महान वीरों के समर्पण के सम्मान में बनाई गई अमृत वाटिका में किया जाएगा। मेरी माटी-मेरा देश के दूसरे चरण में नेहरू युवा केन्द्र यमुनानगर के राष्ट्रीय यूथ वॉलंटियर प्रवीण कुमार ने गांव गढोली से मिट्टी का संग्रहण किया है। उन्होने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य देश के हर कोने से मिट्टी को संग्रहित करना और इस मिट्टी को कलश यात्रा के माध्यम से राज्य, और राष्ट्र स्तर पर पहुँचाना है। यह एक स्मारक है जो उन लोगों के स्मरण के लिए समर्पित होगा, जिन्होंने अपने देश के लिए अपनी जान की आहुति दी है, कर्तव्य पथ के पास स्थापित किया जाएगा।