आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आज वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर गांव तिगड़ाना में बाबा परमहंस लटाधारी मंदिर परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर में 51 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। इस अवसर पर रक्तवीर राजेश डुडेजा ने रक्तवीरों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि रक्तदान जीवनदान है। हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है। रक्त की महता का पता हमें तब लगता है जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं।इसलिए हमारा फर्ज बनता है कि हम रक्तदान के पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें और लोगों को जीवनदान दें। रक्तदान से बढ़कर कोई दान नही है। यह रक्त जरूरतमन्द आदमी को नया जीवनदान देता है। उन्होंने बताया कि रक्त की जरूरत थैलसीमिया ग्रस्त बच्चो, गर्भवती महिलाओं, दुर्घटनाग्रस्त लोगो के लिए प्लाज्मा व रक्त की सख्त जरूरत होती है। इसलिए सभी युवाओं से निवेदन है कि रक़्तदान के लिए आगे आये और भिवानी को थैलिसिमीया मुक्त बनाये। इसीलिए युवाओं को ऐसे रक्तदान शिविरों में बढ़-चढकऱ भाग लेना चाहिए। रक्तदान शिविर के आयोजक अजित तंवर ने कहा कि रक्तदान करने से व्यक्ति किसी जरूरतमंद की जान बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपने जीवन में एक बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए, क्योंकि इससे बडी मानव सेवा कोई नहीं है। इस अवसर पर डॉ मोनिका सांगवान ने बताया कि रक्तदान समाज की एक बड़ी सेवा है इसके द्वारा काफी संख्या में लोगो की जान बचाई जा सकती हैं खासकर ऐसे लोगो जोकि किसी गम्भीर बीमारी या दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं.रक्तवीर राजेश डुडेजा ने सभी रक़्तदाताओ का आभार व्यक्त किया।