विश्व जल दिवस के अवसर पर जल एवं संसाधन विभाग द्वारा अटल भूजल योजना के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता कार्यकारी अभियंता मुनीष कुमार ने की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि विभाग द्वारा गिरते भूजल को रोकने के लिए अटल भूजल योजना चलाई गई है। गिरते हुए भूजल को रोकने के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। यदि आज हम गिरते हुए भूजल के प्रति जागरूक नहीं होंगे तो भविष्य में पीने के लिए भी पानी नहीं बचेगा।
उन्होंने उपस्थित किसानों से आह्वान किया कि वे ऐसी फसल की खेती करें जिसमें पानी का कम प्रयोग हो। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा फसल विविधीकरण पर विशेष अनुदान दिया जाता है। उन्होने किसानों से अपील की कि धान की खेती की जगह अन्य फसलों को उगाएं जिस पर विभिन्न विभागों द्वारा अनुदान राशि दी जाती है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि अटल भूजल योजना के तहत प्रत्येक गांव में भूजल सहेली नामित की गई है। भूजल सहेली द्वारा अपने अपने गांव में गिरते हुए भूजल को रोकने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा।
उन्होने बताया कि टोहाना खण्ड के विभिन्न गांवों में गिरते हुए भूजल को रोकने के लिए नुक्कड़ नाटक भी करवाए जा रहे है। उन्होंने बताया कि अटल भूजल का मुख्य उद्देश्य गिरते हुए भूजल को रोकता है। इस योजना में आपसी सहभागिता का होना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आज भूजल बचाने व किसी भी योजना को सफल बनाने में महिलाओं की अहम भूमिका होती है। महिलाओं को भी विशेष तौर पर भूजल संरक्षण हेतु प्रेरित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भूजल संरक्षण हेतू प्रेरित भी किया गया। इसके अतिरिक्त मुख्यअतिथि द्वारा विभाग द्वारा अटल भूजल योजना के तहत कैलेंडर व पैम्पलेट का विमोचन किया गया।
कार्यक्रम के अन्त में मुनीष शर्मा द्वारा अटल भूजल योजना के तहत ई-रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस मौके पर जानकारी देते हुए बताया गया कि विभाग द्वारा चलाई जा रही स्कीमों से संबंधित ई-रथ चलाया गया है, जो खण्ड टोहाना के विभिन्न गांवों में जाकर आमजन को भूजल बचाने संबंधित प्ररित करेगा।