आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सीएमजी राजकीय महिला महाविद्यालय, भोडिया खेड़ा में चल रहे सात दिवसीय शिविर के पांचवें दिन कॉलेज की छात्राओं ने डोर टू डोर जाकर ग्रामीणों को प्लास्टिक मुक्त अभियान बारे जागरूक किया। इसके अलावा छात्राओं ने गांव भोडिया खेड़ा में पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण की रोकथाम बारे भी जागरूकता रैली निकालकर लोगों को जागरूक किया।
प्राचार्य डॉ. राजेश मेहता ने कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण हमारे पर्यावरण को काफी तेजी से नुकसान पहुंचा रहा है। प्लास्टिक पदार्थों से उत्पन्न कचरे का निस्तारण काफी कठिन होता है और पृथ्वी पर प्रदूषण में भी इसका काफी अहम योगदान है, जिससे यह एक वैश्विक चिंता का विषय बन गया है। हमें इस समस्या पर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए इसके समाधान के लिये प्रयास शुरु करने होंगे। प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिये सबसे महत्वपूर्ण कदम यह है कि हमें प्लास्टिक के उपयोग से बचना चाहिये। उन्होंने कहा कि आज के समय में प्लास्टिक प्रदूषण पर्यावरण के लिये एक गंभीर संकट बन गया है और आने वाले समय में यह और भी ज्यादा भयावह होने वाला है।
कार्यक्रम के दौरान एनएसएस प्रभारी डॉ. मोहिना ने स्वयं सेविकाओं को आयोजित हो रहा पखवाड़े के तहत होने वाली गतिविधियों के बारे मे अवगत करवाया। उन्होंने वित्तीय साक्षरता एवं आत्मनिर्भरता के बारे में बताया कि महिला का वित्तीय साक्षर होना भी बेहद जरूरी है क्योंकि यदि वह वित्तीय रूप से सक्षम होंगी तो वह धन का प्रबंध सही रूप से कर सकती हैं।
एनएसएस सेविकाओं के साथ रैली निकालकर गांव में जागरूकता फैलाई। घर घर जाकर और चैराहों पर लोगों को इसके बारे में जानकारी दी। विस्तार व्याख्याता भतेरी ने प्लास्टिक मुक्त देश के बारे मे छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्लास्टिक से उत्पन्न कचरा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, क्योंकि प्लास्टिक एक नान- बायोडिग्रेडबल पदार्थ है इसलिये यह जल और भूमि में विघटित नहीं होता है। यह वातावरण में सैकेड़ो वर्षो तक बना रहता है, जिससे यह भूमि, जल और वायु प्रदूषण का कारण बनता है। प्रदूषित जल की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करते हुए स्वयं सेविकाओं ने बताया कि जल प्रदूषण से मलेरिया, डेंगू जैसी कई तरह की बीमारियां शरीर में प्रवेश कर जाती है।