आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सीएमजी राजकीय महिला महाविद्यालय, भोडिया खेड़ा में चल रहे सात दिवसीय शिविर के चैथे दिन रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। डिस्ट्रिक्ट एनएसएस कोर्डिनेटर रोहताश कड़वासरा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की जबकि कुलमोहन सिंह वधेंर ने विशेष अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में शिरकत की। इससे पहले छात्राओं ने योगाभ्यास करके एक नई ऊर्जा ग्रहण की।
इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजेश मेहता ने कहा कि ब्लड प्रकृति द्वारा हमें दिया गया सबसे मूल्यवान उपहार है। हम इसके माध्यम से लोगों की कई तरह से मदद कर सकते हैं। रक्तदान के कई सारे स्वास्थ्य लाभ हैं लेकिन सबसे बड़ा लाभ मनोवैज्ञानिक लाभ है। रक्तदान से हृदय रोग के खतरे को कम किया जा सकता है। इस दौरान डिस्ट्रिक्ट एनएसएस कोर्डिनेटर रोहताश कड़वासरा ने कहा कि रक्तदान करने से व्यक्ति किसी के जीवन का जरिया बन सकता है। रक्तदान के लिए धन या ताकत की जरूरत नहीं होती बल्कि एक बड़े दिल और मुक्त मन की जरूरत होती है।
एनएसएस प्रभारी डॉ. मोहिना ने रक्तदान के बारे में स्वयं सेविकाओं को संबोधित करते हुए बताया कि जीवन को बचाने के समय रक्त लाल सोना है। उन्होंने बताया कि खून देने के लिए न तो अतिरिक्त ताकत की जरूरत है और ना ही अतिरिक्त भोजन की आवश्यकता होती है। महाविद्यालय के स्टाफ सदस्य सहायक प्रोफेसर दिनेश, डॉ. सोनू राम, रोहतास कड़वासरा, अशोक कुमार, मानसिंह आदि ने रक्तदान किया। दोपहर के खाने के बाद नागरिक अस्पताल फतेहाबाद से स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुरेखा ने स्वयं सेविकाओं एवं गांव की महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर विचार विमर्श किया।
