भागचंद का जन्म सारागांव के निकट ग्राम बंगोली, जिला रायपुर व तहसील तिल्दा में दिनांक 14 मार्च, 1912 में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री बरसन था। बलौदा बाजार क्षेत्र में सन् 1933 में गांधी जी के आगमन के पश्चात् राष्ट्रीय आंदोलन में तेजी आ गई थी। भागचंद जी भी इस प्रवाह में बह रहे थे। उन्होंने सन् 1936 में गो वध विरोधी आंदोलन में भाग लेने के साथ-साथ बंगोली के आस-पास कुछ गांवों के युवकों को लेकर स्वदेशी का प्रचार करने जुलूस आदि भी निकाले थे।
भारत छोड़ो आंदोलन प्रारंभ होने के पश्चात् वे सक्रिय होकर अपने गांव के निकट के गांव में तर्रा, दोंदे, बेलौदी, मोवा आदि जाकर ब्रिटिश शासन के विरोध में सभा करने लगे थे। उनके साथी जगत, बिसरू, दयालूदास आदि भी उनके साथ थे। अपने साथियों के साथ रायपुर आकर भूमिगत आंदोलन में सहयोग करने के कारण वे गिरफ्तार कर लिए गए तथा 5 अक्टूबर, 1942 से 15 मार्च, 1943 तक रायपुर जेल में रहे। उनका देहावसान 2 जनवरी, 1976 को हो गया।