भारत सरकारGOVERNMENT OF INDIA
संस्कृति मंत्रालयMINISTRY OF CULTURE
Raipur, Chhattisgarh
January 30, 2023 to January 30, 2024
नंद कुमार पाठक का जन्म मण्डला में 6 दिसंबर, 1928 को हुआ था। उनके पिता का नाम श्री जगन्नाथ प्रसाद पाठक था। पाठक जी की शिक्षा मण्डला जबलपुर में हुई थी वह प्रारंभ से ही उम्र राष्ट्रीय विचारधारा से प्रभावित थे। जिसके कारण वेे आगे चलकर वामपंथी हो गए थे। देश के स्वतंत्र होने हो जाने के पश्चात् भी गोवा के पुर्तगालियों से मुक्त नहीं होने से उनके मन में आक्रोश था। अतः अपने समान विचारधारा वाले संगठन से जुड़ गए और 60 से 70 युवकों का एक दल गोवा जाने के लिए तैयार हो गया।
जबलपुर से एक जत्था चंद्रभान राय जी के नेतृत्व में गोवा पहुंच गया था। मध्य प्रदेश से लगभग 300 स्वयंसेवक यहां पहुंच चुके थे। सभी ने एकत्र होकर 15 अगस्त, 1955 को गोवा में पैदल प्रवेश किया। जंगली रास्ता होने के कारण लोग लहूलुहान हो गए थे। कई मील पैदल चलने के पश्चात् गोवा पहुंचने पर गोवा पुलिस के हाथों गिरफ्तार हो गए थे। पुर्तगाली पुलिस ने सभी के साथ अमानुषिक अत्याचार किया था। नंदकुमार जी को बुरी तरह से बेतों से पिटाई की जिससे उनका सर फूट गया। अत्यधिक रक्त बहता देख कर उन्हें मरा हुआ समझकर गोवा पुलिस ने उन्हें बाहर फेंक दिया था। पाठक जी वहां से बड़ी मुश्किल से जीवित वापस पहुंच पाए थे। उनका देहावसान 24 मई, 1989 रायपुर में हुआ था।