भारत सरकारGOVERNMENT OF INDIA
संस्कृति मंत्रालयMINISTRY OF CULTURE
Durg, Chhattisgarh
January 30, 2023 to January 30, 2024
गिरधारी दास मानिकपुरी का जन्म 28 मार्च, 1924 को दुर्ग के निकट कुथरेल ग्राम में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री पुरुषोत्तम दास मानिकपुरी था। दुर्ग शहर की सीमा से लगे हुए इस ग्राम का आंदोलनकारियों के लिए विशेष महत्व था। सन् 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के भूमिगत क्रांतिकारी इस गांव में भी रहते थे। अगस्त माह में ही दुर्ग शहर में टेलीफोन तार काटने एवं आगजनी की घटनाएं हो रही थी। इन सब का प्रभाव गिरधारी लाल जी पर पड़ा और वे भी क्रांतिकारी पर्चों का वितरण एवं अन्य ग्रामों में जाकर सभा करने लगे थे । अक्टूबर सन् 1942 को उन्हें युद्ध विरोधी नारे लगाने एवं भाषण देने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया गया और 6 माह की सजा हुई । वे 11 अक्टूबर, 1942 से 20 मार्च सन् 1943 तक रायपुर केंद्रीय जेल में रहे।