आजादी के अमृत महोत्सव की श्रंखला में नारनौल में नशा मुक्ति एवं पूनर्वास केंद्र की ओर से 26 जून को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति एवं अवैध व्यापार दिवस की साप्ताहिक कड़ी में आज नशा मुक्त समाज तथा समाज के लोगों में जागरूकता का प्रसार करने के लिए गांव मंडलाना में जागरूकता एवं मेडिकल शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में गांव के लगभग 80 लोगों ने भाग लिया।इस मौके पर नशा मुक्ति एवं पूनर्वास केन्द्र से परियोजना निदेशक रोहताश सिंह रंगा ने उपस्थित लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में बताते हुए कहा कि नशा जिंदगी का नाश कर देता है। जीवन में कभी भी नशा नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नशे की लत व्यक्ति को सबसे पहले परिवार से दूर करती है। साथ ही अपनी बुरी आदत की वजह से पीड़ित आर्थिक तंगी की दौर से गुजरता है, जिसकी वजह से उसमें नकारात्मक भाव पैदा होते है और समय के साथ उसके करीबी मित्र और रिश्तेदार भी उसका साथ छोड़ देते हैं। नशे के प्रभाव में व्यक्ति की सोचने समझने की क्षमता कम हो जाती हैं। नशा करने वाले व्यक्ति को अनेक प्रकार की बीमारियां हो जाती हैं। उन्होंने उपस्थित लोगों से अनुरोध किया कि वे स्वयं नशे से दूर रहें और कहीं भी समाज में परिवार में या रिश्तेदारी में कोई भी व्यक्ति नशे का आदि हो उसको नशा मुक्ति केन्द्र नारनौल निजामपुर रोड़ में भेजकर निशुल्क ईलाज करवा सकते हैं। इस मौके पर उपस्थित लोगों को नशा न करने की शपथ भी दिलाई। नशे से संबंधित कोई भी परेशानी हो तो केन्द्र के मोबाइल नंबर 9416578462 पर सम्पर्क कर सकते हैं।