आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में वैश्य कॉलेज की स्वयंसेविकाओं ने अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के उपलक्ष्य में गुलाब का फूल देकर व पोस्टर तथा स्लोगन बनाकर उनके प्रति अपना आभार प्रकट किया। 12 मई को फेलोरिंस नाइटिंगेल का जन्म हुआ था, जो कि आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक थी। इनके जन्म दिवस के अवसर पर इस दिन को मनाने का निर्णय लिया गया। जनवरी 1974 में इंटरनेशनल कांउसिल आफ नर्स द्वारा अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने की घोषणा की गई। स्वयंसेविकाओं ने बताया कि एक नर्स ही होती है जो अपनी जान की परवाह किए बिना दूसरों का जीवन बचाती हैं। नर्स हर अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं की नींव होती हैं : डॉ. नरेंद्र सिंह अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस हमें उन नसों के प्रति अपना आभार व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है। नर्स लोगों को स्वस्थ करने में बड़ा योगदान देती हैं। यह दिन उनके योगदान को ही समर्पित है। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. आशा शर्मा ने कहा कि नर्सिंग दुनिया भर में स्वास्थ्य रखरखाव से संबंधित सबसे बड़ा पेशा है। इस अवसर पर एनएसएस व वाईआरसी काउंसलर दिव्या बंसल ने कहा कि जब भी कोई रोगी को स्वस्थ बनाने में जितना बड़ा योगदान एक डॉक्टर का होता है, उतना ही महत्वपूर्ण रोल एक नर्स का भी होता है।