आजादी के अमृत महोत्सव के तहत उपायुक्त नरेश नरवाल के मार्गदर्शन में स्थानीय चौ. बंसीलाल राजकीय सामान्य अस्पताल में स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान-2023 कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ. रघुवीर शॉडिल्य ने की। कार्यक्रम में स्वास्थ्यकर्मियों को कुष्ठï रोग को मिटाने के प्रति जागरूकता की शपथ दिलाई गई। उन्होंने नागरिकों से कुष्ठ रोगियों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करने का आह्वान किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डा. शॉडिल्य ने कहा कि कुष्ठ रोग के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर नि:शुल्क जांच की जाती है। कुष्ठ रोगी भी समाज का एक अभिन्न अंग होता है। कुष्ठ रोगी के साथ किसी प्रकार का भेदभाव न करने की बजाय उसकी उपचार में मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्राणी समाज का हिस्सा है, उसके साथ किसी प्रकार का भेदभाव करना अमानवीयता है। उन्होंने कहा कि हमें अपने आसपास यह देखना चाहिए कि किसी व्यक्ति में कुष्ठ रोग के लक्षण तो नही हैं, यदि किसी व्यक्ति में कुष्ठ रोग के लक्षण नजर आते हैं तो उसे सामान्य अस्पताल में उपचार के लिए भिजवाने में मदद करनी चाहिए। कुष्ठ रोग असाध्य बीमारी नहीं है। इसका उपचार संभव है। इस दौरान सिविल सर्जन ने कुष्ठ निवारण में जागरूकता को लेकर मौजूद अधिकारियों/कर्मचारियों व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को शपथ दिलाई। उन्होंने शपथ दिलाई कि मैंं संभावित कुछ रोग के लक्षण वाले व्यक्ति को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में आने के लिए प्रेरित करुगा। मैं यह भी सुनिश्चित करूंगा कि अगर ऐसा कोई कुष्ठï रोग है तो उसका पूरा इलाज करवाने में मदद करुंगा। अगर मेरी नजर में मेरे परिवार, पड़ोसी और समाज में कोई कुछ रोग का मरीज है तो मैं उसके साथ बैठने, खाने या घूमने-फिरने पर किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करूंगा। मैं कुष्ठï रोग पीडि़त व्यक्ति के साथ सामाजिक भेदभाव के रोकथाम के लिए सदा प्रयत्नशील रहूंगा। मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सपना कुष्ठ मुक्त भारत को साकार करने के लिए सदा प्रयत्नशील रहूंगा।