आजादी के अमृत महोत्सव के तहत नागरिक अस्पताल पलवल के "डीईआईसी' सेंटर में क्लब फुट विकृति से ग्रस्त बच्चों के लिए चलाया जा रहा है क्लब फुट क्लीनिक प्रत्येक सोमवार: डिप्टी सिविल सर्जन डॉ रामेश्वरी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तत्वाधान में सिविल सर्जन डॉ लोकवीर सिंह जी के मार्गदर्शन व डिप्टी सिविल सर्जन डॉ रामेश्वरी के दिशा निर्देशन में क्लब फुट से ग्रस्त बच्चों के लिए प्रत्येक सोमवार क्लब फुट क्लीनिक चलाया जा रहा है। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ रामेश्वरी ने बताया कि क्लब फुट (टेढे पैर) एक ऐसी जन्मजात विकृति है जो इलाज करवाने के बाद बिल्कुल ठीक हो जाती है उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जिला नागरिक अस्पताल पलवल के डीईआईसी में प्रत्येक सोमवार को डीईआईसी व गैर सरकारी संस्था "मिरेकल फीट' के संयुक्त सहयोग से "क्लब फुट क्लीनिक' चलाया जा रहा है।नोडल ऑफिसर डॉ संदीप सोनी की देखरेख में क्लब फुट से ग्रस्त बच्चों को कास्ट यानि प्लास्टर लगाए जाते हैं तथा मिरेकल फिट संस्था द्वारा निशुल्क ब्रास (जूते) प्रदान किए जाते हैं। डॉ साक्षी शर्मा ने बताया कि फिजियोथैरेपिस्ट डॉ लितेश मलिक द्वारा भी बच्चों को कास्ट यानि प्लास्टर लगाए जाते हैं। आपको बता दें कि पिछले 4 साल में 2019 से दिसंबर 2022 तक यानि कि वर्ष 2019 में 66, वर्ष 2020 में 28, वर्ष 2021 में 39 व वर्ष 2022 में 20 कुल 153 क्लब फुट से ग्रस्त बच्चों का इलाज किया जा चुका है। अभी 11 बच्चों का इलाज उपचाराधीन है।
