भारत सरकारGOVERNMENT OF INDIA
संस्कृति मंत्रालयMINISTRY OF CULTURE
Madhepura, Bihar
March 17, 2023 to March 17, 2024
शिवनंदन प्रसाद मंडल का जन्म मधेपुरा जिले के रानीपट्टी गाँव में 18 अप्रैल, 1891 ई. को एक जमींदार परिवार में हुआ था। यह गाँव कुमारखण्ड, प्रखण्ड के अन्तर्गत आता है। उनके पिता का नाम रामप्रसाद मंडल एवं माता का नाम कामो देवी था। प्रारंभिक शिक्षा गाँव के प्राथमिक विद्यालय में प्रारंभ हुई। माध्यमिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए उन्होंने मधेपुरा के सिरीज इन्सटीट्युट में नाम लिखवाया। विद्यालय के छात्र होते हुए भी उन्होंने 1905 ई. के बंग भंग आन्दोलन में छात्रों के एक बड़े समूह का नेतृत्व किया।शिवनंदन मंडल ने अपने कुछ साथियों के साथ चकला गाँव में नमक बनाकर नमक कानून को तोड़ा। नमक बनाने वाले आन्दोलनकारियों के विरूद्ध दमनचक्र चला। सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ शिवनन्दन प्रसाद मंडल को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें 6 माह की सजा सुनाई गई। उन्हें भागलपुर सेन्ट्रल जेल में भेज दिया गया। 1942 ई. में भारत छोड़ो आन्दोलन प्रारंभ हुआ। मधेपुरा में इस आन्दोलन का नेतृत्व शिवनन्दन प्रसाद मंडल ने किया। नेपाल तराई के कोइलारी गाँव में चतुरानंद सिंह के घर पर मंडल की अध्यक्षता में आजाद दस्ता के संगठन पर विचार किया। संगठन के अन्य काम के लिए वे नेपाल के कठिन और दुर्गम मार्ग से चल पड़े। वे रास्ते में गिर गये जिससे उनके बाँह की हड्डी टूट गयी। इलाज के लिए उन्हें पटना लाया गया। गुप्त सूचना के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। 1943 ई. में प्रोविन्शियल डाइरेक्टोरेट के सात सदस्यों में उन्हें एक सदस्य बनाया गया। उनकी बढ़ती गतिविधियों के कारण पुनः 13 अगस्त, 1943 को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें 1945 में जेल से छोड़ दिया गया। 22 दिसम्बर, 1963 ई. को पटना में उनका देहान्त हो गया।