Unsung Heroes | History Corner | Azadi Ka Amrit Mahotsav, Ministry of Culture, Government of India

Unsung Heroes Detail

Paying tribute to India’s freedom fighters

मिश्री लाल राठौर

Raipur, Chhattisgarh

January 31, 2023 to January 31, 2024

मिश्रीलाल राठौर का जन्म रायपुर में 24 अक्टूबर, 1924 में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री पापालाल राठौर था। लारी हाई स्कूल में अध्ययन करने के लिए प्रवेश लेने के पश्चात् वे राष्ट्रभक्त छात्रों की टोली में शामिल हो गए। रायपुर के एक उत्साही नेता अंबिलकर जी स्कूल में तिरंगा झंडा लेकर अक्सर आते थे, उनके देश प्रेम के नारों ने उन्हें राष्ट्रीय आंदोलन से जोड़ दिया था। वे नेताओं की सभा में जाने लगे थे तथा जुलूस एवं प्रभातफेरी में अपने साथियों के साथ सम्मिलित होते थे।

9 अगस्त, 1942 को रायपुर में निकले विशाल जुलूस में वे सम्मिलित हुए थे किंतु छात्र होने के कारण गिरफ्तार नहीं किए गए थे। परंतु वे सत्याग्रही नेताओं के लिए प्रिय हो गए थे। राठौर जी ने आन्दोलन की मांग को देखते हुए स्कूल त्याग दिया था तथा वे गुप्तरूप से पर्चों का प्रसारण करने के साथ-साथ अपने साथियों को आंदोलन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे थे। 24 अक्टूबर, 1942 को गांधी चैक में कमलनारायण त्रिपाठी का भाषण चल रहा था। त्रिपाठी जी ने मिश्रीलाल को मंच में बुलाकर अपने विचार व्यक्त करने के लिए प्रेरित किया। इस भाषण के कारण उपस्थित दंडाधिकारी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया, वे एक माह जेल में रहे। उनका देहावसान 24 मार्च, 1989 को हो गया।

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