पद्मावती कसार जन्म 19 दिसंबर, 1926 को हुआ था। उनके पति का नाम श्री सालिकराम कसार था। उन्होंने मध्य प्रांत के अकोला क्षेत्र में महिलाओं को एकत्र कर स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया, विशेष रूप से विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार व मद्यनिषेध कार्यक्रम का संचालन करते हुए सन् 1936 में उन्हें अकोला ग्राम में पिकेटिंग करते हुए पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनका कार्यक्षेत्र नागपुर अकोला था। पद्मावती कसार ने उस समय की प्रमुख महिला नेता श्रीमती धमरती बाई रंाका जो पूनमचंद रांका की पत्नी थी तथा सुभद्रा काशीपुर के साथ मिलकर आंदोलन में भाग लिया था। सन् 1942 में लंबे समय तक भूमिगत रहकर क्रांतिकारी पर्चों का प्रसार, सत्याग्रहियों की सहायता आदि कार्यो में संलग्न थीं। उनके कार्यों की जानकारी नागपुर पुलिस को लग चुकी थी। अतः उनके नाम से गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था, किंतु वे पुलिस की पकड़ में नहीं आई थी। मध्य प्रदेश निर्माण के पश्चात् वे रायपुर आ गयी तथा रायपुर के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संघ में सम्मिलित हो गई थीं। उनका देहावसान 29 जून, 2013 में हो गया।