जेठूराम ध्रुव का जन्म धमतरी चरमुड़िया में दिनांक 15 जून, 1919 को हुआ था। उनके पिता का नाम श्री घनराम ध्रुव एवं माता का नाम श्रीमती गनेशिया बाई था। जेठूराम ग्राम के स्कूल में ही माध्यमिक कक्षा तक शिक्षा प्राप्त कर परिवारिक कार्यों में संलग्न हो गए थे। किंतु स्कूल में शिक्षकों द्वारा राष्ट्रभक्ति का प्रोत्साहन मिलने के कारण जुलूस एवं सभाओं में भाग लेने लगे थे। व्यक्तिगत सत्याग्रह में भखारा क्षेत्र से अनेक सत्यग्रहियों ने भाग लिया था। उनके जोश पूर्ण भाषण और नारों से जेठूराम जी को आंदोलन करने की प्रेरणा मिली और वे भी धमतरी एवं रायपुर आकर आंदोलनों में सम्मिलित होने लगे थे।
वन क्षेत्रों के निकट निवास करने के कारण ब्रिटिश शासन के वन अधिनियम के विरुद्ध उनके मन में आक्रोश था। अतः उन्होंने बहुत समय तक पुलिस से बचते हुए गांव -गांव जाकर युद्ध विरोधी प्रचार किया तथा क्रांतिकारी पर्चों का प्रसार किया। अंततः उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया तथा सिद्ध दोस्त कैदी के रूप में 2 जनवरी, 1943 से 12 जून, 1943 तक वे रायपुर केंद्रीय जेल में रहे। उनका देहावसान 6 नवंबर, 1984 को हो गया।