कलीराम वर्मा (उर्फ कालूराम) का जन्म 5 मार्च, 1924 को बलौदाबाजार के ग्राम भरूवाडीह में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री राजाराम एवं माता का नाम श्रीमती बिरम बाई था। प्राथमिक कक्षा तक ग्राम में पढ़ाई करने के पश्चात् आगे की पढ़ाई करने के लिए रायपुर हिंदू हाई स्कूल आ गए थे। यह स्कूल स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के उपयोग के लिए खुला रहता था। यहां राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के भाषण होते थे। इस वातावरण का कलीराम जी पर गहरा असर पड़ा था, वे स्वयं सक्रिय कार्यकर्ता बन गए थे। उनकी योग्यता को देखते हुए उन्हें राष्ट्रीय गीत गाने एवं जुलूस निकलते समय अपने दल का नेतृत्व करने का अवसर प्राप्त हुआ साथ ही वे स्कूल के बालक बैंड का सदस्य भी बना दिये गये।
कलीराम एक प्रशिक्षित राष्ट्रीय कार्यकर्ता के रूप में अपने ग्राम के साथ आसपास के ग्रामों में जाने जाते थे। उनके नेतृत्व में जुलूस निकालना एवं सभाएं होने लगी थी। भारत छोड़ो आंदोलन के समय वे रायपुर पहुंचकर आंदोलन में सम्मिलित हुए। अपने क्षेत्र पलारी में लोगों को एकत्रित कर आंदोलन की प्रेरणा देते तथा ब्रिटिश शासन की आलोचना करते थे। इनके प्रमुख सहयोगी मदन ठेठवार, राम कुमार भट्ट, गंगा प्रसाद तिवारी आदि थे। ब्रिटिश शासन के विरुद्ध भाषण देने एवं नारे लगाने के जुर्म में उन्हें दिनांक 27 अगस्त, 1942 को गिरफ्तार कर लिया गया तथा उन्हें 6 माह के कारावास की सजा हुई। वे 28 सितंबर, 1942 से 17 मार्च, 1943 तक जेल में रहे। उनका देहावसान 21 दिसंबर, 2009 को हो गया।