Unsung Heroes | History Corner | Azadi Ka Amrit Mahotsav, Ministry of Culture, Government of India

Unsung Heroes Detail

Paying tribute to India’s freedom fighters

अमरसिंह

Raipur, Chhattisgarh

January 30, 2023 to January 30, 2024

अमरसिंह जी का जन्म सन् 1904 में भाटापारा में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री हिन्छाराम जी था। पिता हिन्छाराम साहूजी स्वयं एक राष्ट्रभक्त नेता थे। उन्होंने असहयोग आंदोलन के समय से ही स्वदेशी को अपना लिया था। इसका प्रभाव अमरसिंह जी के ऊपर भी पड़ा था। वे भी भाटापारा में होने वाले राष्ट्रीय आंदोलन के कार्यक्रमों में सक्रिय सदस्य के रूप में भाग लेते थे।

सन् 1933 में भाटापारा में गांधीजी की सभा का आयोजन की व्यवस्था में अमरसिंह जी ने भी अपना योगदान दिया था।

अगस्त सन् 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के रायपुर में प्रारंभ होने के पश्चात् आंदोलन का विस्तार जिले के तहसीलों एवं गांव में होने लगा था। 23 अगस्त को बलौदाबाजार-भाटापारा में आंदोलन का प्रसार हुआ था। वहां भी पोस्ट ऑफिस एवं रेलवे लाइन को क्षतिग्रस्त किया गया कई स्थानों में धारा 144 लगा दिया गया था। इसके बाद भी 13-14 सितंबर को भाटापारा के साथ अनेक स्थानों में जुलूस निकला तथा ब्रिटिश शासन् के विरुद्ध नारेबाजी किया गया इसमें अमरसिंह भी शामिल हुए थे। अमरसिंह क्रांतिकारी पर्चों के प्रसार में भी सक्रिय रहे। इससे उनकी गतिविधियों की जानकारी पुलिस को हो गई और उन्हें अक्टूबर माह में गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें डिफेंस ऑफ इंडिया एक्ट की धारा 28(5) के तहत गिरफ्तार कर 19 अक्टूबर, 1942 से 28 मार्च, 1943 तक रायपुर जेल में रखा गया।

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