Unsung Heroes | History Corner | Azadi Ka Amrit Mahotsav, Ministry of Culture, Government of India

Unsung Heroes Detail

Paying tribute to India’s freedom fighters

खुमान सिंह वर्मा

Raipur, Chhattisgarh

January 30, 2023 to January 30, 2024

खुमान सिंह वर्मा का जन्म बंगोली ग्राम, रायपुर में दिनांक 21 सितंबर, 1907 को हुआ था। उनके पिता का नाम श्री थानु राम वर्मा था। खुमान सिंह के पिता कृषक थे। वे अपने कार्यों से खरोरा एवं रायपुर आते रहते थे। उनके साथ रायपुर आते हुए खुमान सिंह का संपर्क रायपुर के राष्ट्रीय विचारधारा वाले युवकों से हो गया तथा उनसे प्रभावित होकर वे आंदोलन एवं सभाओं में सम्मिलित होने लगे। इसके लिए उन्हें परिवार एवं समाज के अन्य लोगों का समर्थन प्राप्त था। उनके समाज के जंतराम वर्मा उस क्षेत्र के स्थापित नेता थे। सन् 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन के समय अपनी सरकारी नौकरी छोड़कर डॉ खूबचंद बघेल के आंदोलन में शामिल होने के पश्चात् खुमान सिंह भी रायपुर के आंदोलन कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेने लगे थे। सविनय अवज्ञा आंदोलन के द्वितीय चरण में पिकेटिंग के लिए रायपुर में 8 डिटेक्टर नियुक्त किए गए थे। उनमें से एक डॉ खूबचंद बघेल भी थे। उनके नेतृत्व में मालवीय रोड रायपुर के कीकाभाई के दुकान के सामने धरना देते हुए 6 फरवरी, 1932 को एक जत्थे में खुमान सिंह जी गिरफ्तार कर 6 माह की सजा दी गई थी। सन् 1941 में व्यक्तिगत सत्याग्रही के रूप में युद्ध विरोधी नारे लगाने कारण न्यायालय उठने तक सजा हुई। सन् 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में लगान बंदी आंदोलन निर्भय राम वर्मा, भागचंद सतनामी आदि के साथ नेतृत्व करते हुए खरोरा में पुनः गिरफ्तार कर लिए गए थे। उनको कुल 1 वर्ष 4 माह की सजा हुई थी। उनका देहावसान सन् 1980 में हो गया।

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