भारत सरकारGOVERNMENT OF INDIA
संस्कृति मंत्रालयMINISTRY OF CULTURE
Raipur, Chhattisgarh
January 30, 2023 to January 30, 2024
जीवराखन नायक जी का जन्म रायपुर के बंगोली ग्राम में सन् 1918 में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री हिरालाल नायक एवं माता का नाम श्रीमती सुनीता नायक था। जीवराखन जी ने शिक्षा के लिए रायपुर के राष्ट्रीय विद्यालय में प्रवेश लिया था। यह विद्यालय रायपुर के राष्ट्रीय आंदोलन का केंद्र था। सन् 1930 के सविनय अवज्ञा आंदोलन के समय स्कूल से निकलने वाले जुलूस में वे राष्ट्रीय प्रेरणा गीत गाते हुए, मार्च करते हुए निकलते थे और वहां पर होने वाली सभाओं में भाग लेते थे।
वे ठाकुर प्यारेलाल सिंह के कार्यों से अत्यधिक प्रभावित थे। वे अपने क्षेत्र के नेतृत्वकर्ता अमरदास, थानू मण्डल आदि के साथ सदा राष्ट्रीय कार्यक्रमों में भाग लेने रायपुर आते थे। सन् 1941 के व्यक्तिगत सत्याग्रह में जीवराखन जी ने अपने साथियों के साथ घूम-घूम कर युद्ध विरोधी नारे लगाये थे। सन् 1942 में जगतराम एवं थानू मण्डल के साथ रायपुर में निकलने वाले जुलूस में भाग लेकर ब्रिटिश शासन के विरुद्ध नारे लगाने तथा धारा 144 तोड़ने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिये गये। उन्हें 6 माह का कारावास हुआ था। उनका देहावसान सन् 1973 को हुआ।