आजादी का अमृत महोत्सव के तहत सरस्वती बाल मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में चल रही 10 दिवसीय सांस्कृतिक कार्यशाला में प्रतिभागियों को नाट्य विधा का प्रशिक्षण दिया गया। नगर के वरिष्ठ रंगकर्मी केसरी नन्दन सैनी ने इस 10 दिवसीय सांस्कृतिक कार्यशाला में प्रतिभागियों को अभिनय विधा की बारीकियों से परिचित करवाया। केसरी नन्दन ने प्रतिभागियों को बताया कि किसी भी दृश्य या नाटक का मंचन करने से पूर्व उसके विषय में पूर्ण जानकारी होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि नाटय विधा में मंच सज्जा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कई बार मंच के छोटे या बड़े होने के कारण हमें कई दृश्य इंप्रोवाइजेशन के माध्यम से प्रतिकात्मक रूप में मंचित करने पड़ते हैं। उन्होंने बताया कि संवाद अदायगी नाटक की रीढ़ की हड्डी होती है। सही उच्चारण नाटक में जान डाल देता है। इसके साथ-साथ उन्होंने कॉस्ट्यूम डिजाईनिंग व मेकअप की जानकारी भी दी।