संभागस्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन बुधवार को विभिन्न कार्यक्रम हुए। डागा पैलेस में शांति एवं अहिंसा निदेशालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री डाॅ. बीडी कल्ला ने कहा कि आज के दौर में महात्मा गांधी के सिद्धांत बेहद प्रासंगिक हैं। युवाओं को इनका अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्य, अहिंसा और अपरिग्रह को सबसे बड़ा धर्म माना। वे सभी धर्मों का सम्मान करते थे तथा कर्म को पूजा मानते थे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भी महात्मा गांधी के ग्रामोदय और अंत्योदय की भावना के साथ काम कर रही है तथा पिछली पंक्ति में बैठे व्यक्ति को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन विभिन्न व्याख्यान हुए। महात्मा गांधी के जीवन दर्शन पर हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति ओम थानवी, राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व सिंडीकेट सदस्य प्रो. सतीश राय और महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गर्वनेंस एंड सोशल साइंसेज के निदेशक डाॅ. बी. एम. शर्मा ने अपनी बात रखी।
संभागीय आयुक्त डाॅ. नीरज के. पवन ने सत्य के साथ महात्मा गांधी के प्रयोग और जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की योजनाओं पर व्याख्यान दिया। शांति एवं अहिंसा निदेशालय के निदेशक मनीष शर्मा ने तीन दिवसीय शिविर के उद्देश्यों एवं रूपरेखा के बारे में बताया। गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक संजय आचार्य ने स्वागत उद््बोधन दिया। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।