आजादी का अमृत महोत्सव की श्रृंखला में सूचना, जन संपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा आरकेएसडी कॉलेज के हॉल में 1857 का संग्राम-हरियाणा के वीरों के नाम नामक नाटक का लाईट एंड साउंड प्रस्तुतिकरण किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर नगराधीश गुलजार अहमद ने किया। नाटक को देखने उपरांत गुलजार अहमद ने अपने संबोधन में कहा कि नाटक टीम द्वारा बेहत्तरीन प्रस्तुति दी है। टीम द्वारा हम सभी को 2022 से सीधा 1857 के समय में ले गई, जहां स्वतंत्रता सेनानियों ने स्वतंत्रता के लिए बड़ा संघर्ष किया और प्रेरणादायक शुरूआत की थी। ब्रिटिश हुकूमत द्वारा भारतीयों पर किए गए अत्याचारों का इस नाटक के माध्यम से संजीव चित्रण किया गया है, जिससे रोंगटे खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा दिखाई जा रही प्रस्तुति से आमजन विशेषकर युवाओं को इतिहास से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। इस नाटक के माध्यम से पूरे प्रदेश भर में जनमानस को हरियाणा के वीरों की गाथा को जानने का अवसर मिल रहा है, जोकि बहुत ही सराहनीय है। आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में प्रदेश सरकार द्वारा शहीदों को याद किया जा रहा है, जोकि अनूठी पहल है। इस मौके पर बाबा बंदा सिंह बहादूर सम्प्रदाय के राष्ट्रीय संयोजक शिव शंकर पाहवा ने कहा कि देश की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले लोगों की बदौलत ही आज हम आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे हैं। इस मौके पर नगराधीश गुलजार अहमद को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।