आजादी का अमृत महोत्सव की श्रृंखला में दयानन्द महाविद्यालय के पुस्तकालय के वाचनालय कक्ष में वाद-विवाद समिति के सौजन्य से भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारम्भ करते हुए समिति की संयोजिका डॉ. शम्मी नागपाल ने बताया कि आज की स्पर्धा, आगे आयोजित की जाने वाली राज्य स्तरीय प्रतिस्पर्धा के लिए प्रतिभा खोज और विद्यार्थियों को प्रेरित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई है। प्रतिस्पर्धा में विभिन्न संकायों के 26 छात्र-छात्राओं ने वैश्विक तापन, महिला सशक्तिकरण, ऑनलाईन शिक्षा के मानसिक प्रभाव और डिजीटल इंडिया विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए। विज्ञान संकाय द्वितीय वर्ष की देवयांशी ने प्रथम, वाणिज्य संकाय तृतीय वर्ष की भावना द्वितीय और कला संकाय तृतीय वर्ष के पवनीत तृतीय स्थान पर रहे। प्रियंका, विधि और मयंक शर्मा को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ॰ विक्रमजीत सिंह ने विजेताओं को प्रोत्साहन स्वरूप नकद राशि और प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन विद्यार्थियों को उनकी अपनी विशिष्ट प्रतिभा से परिचित कराने के लिए मंच प्रदान करते हैं। इसलिए सभी को इनमें भाग लेना चाहिए। मंच संचालन डिबेटिंग सोसायटी के प्रधान छात्र अभिनीत ने किया। डॉ. शम्मी नागपाल, डॉ. छवि मंगला और डॉ. वलेरिया सेठी ने निर्णायकों की भूमिका निभाई। कार्यक्रम के सफल आयोजन में डॉ. मोनिका कक्कड़, डॉ. सुरेन्द्र कुमार, डॉ. हेमन्त शर्मा, डॉ. नीरू बाला, चेतन शर्मा और मंजू शर्मा और समिति के सदस्यों का विशेष योगदान रहा।