आजादी का अमृत महोत्सव की श्रृंखला में मुख्यमंत्री ने गुरुवार को अपने निवास स्थान पर समर्पण पोर्टल पर रजिस्टर्ड कुछ वॉलंटियर्स के साथ बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि निस्वार्थ सेवा भाव से काम करने के लिए ज्यादा से ज्यादा वॉलंटियर को समर्पण पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर जुड़ना चाहिए। अभी तक इस पोर्टल पर करीब 3500 वॉलंटियर्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया है लेकिन जैसे ये वॉलंटियर्स सामाजिक कार्य शुरू करेंगे तो वो दिन दूर नहीं जब इनकी संख्या साढ़े तीन लाख होगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही रजिस्टर्ड वॉलंटियर्स को सामाजिक कार्य सौंपे जाएंगे।उन्होंने कहा कि सरकारी सिस्टम के अंतर्गत बहुत से कार्य किए जाते हैं। इस सिस्टम को संभालने के लिए आईएएस अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक कार्य करते हैं। इस निरंतर जारी प्रक्रिया के दौरान उन्हें ध्यान में आया कि कुछ ऐसे लोगों को भी इस सिस्टम से जोड़ना चाहिए जो सरकार के कार्यों में सेवा भाव से अपना योगदान दें। इसी सोच को ध्यान में रखककर समर्पण पोर्टल की शुरूआत की गई। आज सेवानिवृत कर्मचारियों का एक बहुत बड़ा वर्ग है, जो समाज के हित में अपना बचा हुआ समय लगाना चाहता है। ऐसे लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाकर इस सेवा भाव के यज्ञ में शामिल हो सकते हैं। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी.उमाशंकर, प्रिंसिपल ओएसडी श्री नीरज दफ्तुआर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, विदेश सहयोग विभाग के प्रधान सचिव श्री योगेंद्र चौधरी, सचिव वित्त-सह-सलाहकार श्री सोफिया दहिया एवं प्रदेशभर के अलग-अलग जिलों से आए समर्पण पोर्टल के वॉलंटियर्स मौजूद रहे।