आजादी का अमृत महोत्सव की श्रृंखला में खंड इन्द्री के गांव गढ़ी बीरबल में फसल विविधिकरण कार्यक्रम के तहत धान की सीधी बिजाई तकनीक पर एक दिन का प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर की अध्यक्षता करते हुए कृषि विकास अधिकारी डॉ. सचिन काम्बोज ने किसानों से अपील की कि पानी के गिरते स्तर को बचाने के लिए हमें धान की सीधी बिजाई करनी चाहिए ऐसा करने से धान की फसल में पानी की बहुत ही कम मात्रा की आवश्यकता होती है और पैदावार भी परपंरागत विधि के बराबर होती है। इस विधि से किसान को पानी, लेबर, समय, वातावरण, पैसे व डीजल इत्यादि की बचत होती है। उन्होंने बताया कि धान की सीधी बिजाई करने से फसल में बकानी रोग के आने की संभावना भी कम होती है। शिविर में सहायक तकनीकी प्रबंधक डॉ. विशेष काम्बोज ने किसानों को जानकारी देते हुए बताया कि धान की सीधी बिजाई से खेती करने पर किसानों को सरकार द्वारा 4 हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए किसानों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्टे्रशन करवाना अति अनिवार्य है। इस मौके पर डॉ. साहिल ने भी किसानों को धान की फसल में आने वाली बीमारियों तथा उसकी रोकथाम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।