दादरी जिला में स्वास्थ्य विभाग ने तपेदिक उन्मूलन अभियान चलाया हुआ है। इसके तहत दादरी सिविल अस्पताल और क्रशर जोन सहित अन्य स्थानों पर आजादी का अमृत महोत्सव के तहत हेल्थ मेला का आयोजन किया गया। इसमें मरीजों की एचआईवी जांच भी करवाई गई।
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. संदीप सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार ने तपेदिक की बीमारी को खत्म करने के लिए एक विशेष अभियान की शुरूआत की है, जिसको नाम दिया गया है-येस वी केन एन्ड टीबी। यानि कि हम तपेदिक को खत्म कर सकते हैं। इसके तहत सिविल अस्पताल में निरोगी योजना के तहत नागरिकों की नि:शुल्क टीबी और एचआईवी की जांच करवाई गई। इस योजना में अंत्योदय परिवारों को शामिल किया गया है। इसके अलावा कलियाणा की पहाडिय़ों में कैंप लगाकर श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच की गई। उनका एचआईवी टेस्ट भी करवाया गया। अस्पताल में भी ओपीडी के लिए आए मरीजों को पंपलेट बांटकर उनको तपेदिक बीमारी के बारे में बताया गया।
डा. संदीप सिंह ने बताया कि एचआईवी और टीबी रोगियों की काऊंसलिंग करवा कर बताया गया कि वे लोग भी स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। एचआईवी में मरीज को अपनी सेहत की विशेष देखभाल करनी पड़ती है। तपेदिक में रोगी को ध्यान रखना पड़ता है कि उसकी वजह से किसी और को संक्रमण ना हो। इसलिए वह दवाई का नियमित सेवन करे और धूम्रपान, मदिरा, अधिक श्रम से परहेज करता रहे। शहर में माईक लगाकर भी प्रचार वाहनों से नागरिकों को इन बीमारियों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इस अभियान में सीएमओ डा. कृष्ण कुमार का मार्गदर्शन व मेडिकल स्टाफ का पूरा सहयोग मिल रहा है।
