पुलिस अधीक्षक श्रीमती आस्था मोदी के दिशानिर्देश पर चलाए जा रहे साइबर जागरुकता अभियान के तहत साईबर पुलिस टीम ने महिला थाना में महिलाओं व पुरुषों को साईबर अपराध के प्रति जागरूकता किया। पीएसआई उमेद सिहं ने वहां पर उपस्थित आमजन को साइबर अपराध क्या होता है और इससे कैसे बचा जा सकता है, के बारे पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी के साथ-साथ साइबर अपराध की वारदातों में भी लगातार वृद्धि हो रही हैं। साइबर अपराधी ठगी करने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। आमजन को अपने चंगुल में फंसाने के लिए अपराधी तरह का प्रलोभन देते हैं और जब व्यक्ति इसमें आकर फंस जाता है तो वह साइबर अपराध करने के लिए अपना पहला कदम बढ़ा देता है। इसके पश्चात बड़े शातिर तरीके से उसे झांसे में लेकर उसके बैंक अकाउंट की डिटेल और ओटीपी प्राप्त कर लेते हैं। उन्होंने बताया कि साईबर अपराधी लोगों को किसी भी प्रकार के लुभावने ऑफर जैसे लाटरी या गिफ्ट आइटम्स का लालच देकर उन्हे ठगने की कोशिश में रहते हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपने अकाउंट व एटीएम कार्ड का पिन नंबर की जानकारी किसी के साथ साझा न करें। उन्होंने कहा कि अगर कोई साईबर अपराध का शिकार हो जाता है तो तुरंत 1930 पर काल करें।