मेरी गेल्या ब्याह करवाना हांसी खेल नहीं है जिले के गांव पुर में हरियाणा कला परिषद रोहतक मंडल दारा आयोजित तीन दिवसीय सांग उत्सव के दूसरे दिन राजस्थान से आये सांगी सुभाष जोगी ने पं मांगे राम द्वारा रचित एतिहासिक सांग राजा वीर विक्रमा जीत सुना लोगो का भरपूर मनोरंजन किया। किस्से में बताया गया राजा वीर विक्रमा 14 विद्या निदान थे और हर समय दूसरो की भलाई के लिए तैयार रहते थे। कहके उल्टा नही हटूगा सदा आगे ने कदम धरूंगा गेरा के दुख दूर करूंगा जीऊगा इतने , रोवण आली क्यू रोव के विपता पडग़ी तेरे में गेरा के दुख दूर करया करू या ताकत या मेरे मै, मेरी गेल्या ब्याह करवाना हांसी खेल नहीं है सोलहा शर्त पुगानी होगी धक्का पेल नहीं है जैसी अनोको रागनीय सुना लोगो की खूब वाह वाही लूटी। इस अवसर पर सूर्य कवि पंडित लख़्मी चंद समिति बापोड़ा के प्रधान सीया राम शर्मा, डा. ओम प्रकाश, मुकेश बापोड़ा, गरनेड पहलवान, जय भगवान मंढाणा, राजेंद्र शर्मा सहित अनेको सांस्कृति प्रेमी मौजूद थे।