आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा गांव बीघड़ के सरकारी विद्यालय में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान कलाकारों ने विद्यार्थियों से अपील करते हुए कहा कि अकसर लोग धान की पराली को जलाते हैं जिससे न केवल पर्यावरण दूषित होता है बल्कि जमीन की उर्वरा शक्ति नष्ट हो जाती है। इसके साथ-साथ अन्य लाभकारी कीट व छोटे जीव-जंतु आग से मर जाते हैं जो कि जिंदा रहने जरूरी होते हैं। कलाकारों ने विद्यार्थियों से कहा कि वे अपने माता-पिता को समझाए कि पराली को बिल्कुल न जलाएं। पराली को जलाने की बजाय कृषि विभाग के अधिकारियों से संपर्क करें और फसल अवशेष की या तो बिक्री करें या जरूरत के अनुरूप कृषि उपकरणों के माध्यम से उसको खेत की मिट्टी में ही मिलाएं।
इसी प्रकार से कलाकारों ने विद्यार्थियों से कहा कि वे पानी को बर्बाद न करें। पानी की कीमत को समझें और उसे व्यर्थ न बहाएं। सरकार द्वारा जल संरक्षण को लेकर जल शक्ति अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत जल संग्रह के प्राचीन कुएं, जोहड़ों व तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सरकार की अनेक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों से किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहने का भी आह्वान करते हुए अपनी सकारात्मक ऊर्जा को समाज व देशहित के लिए प्रयोग करने को कहा।