समूचे राष्ट्र के साथ-साथ बीएचईएल में भी स्वतंत्रता के 75वें वर्ष को “भारत की आजादी का अमृत महोत्सव” के रूप में मनाया जा रहा है । इस उपलक्ष्य में बीएचईएल में 10 से 16 जनवरी तक एक आजादी का अमृत महोत्सव सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है । कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डा. नलिन सिंघल ने हरिद्वार में वीडियो कांफ्रेंसिंग से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया । समारोह को सम्बोधित करते हुए डा. नलिन सिंघल ने सभी साथी कर्मचारियों को “आजादी का अमृत महोत्सव” की शुभकामनाएं दीं । उन्होंने कहा कि ये महोत्सव भारतीय सांस्कृतिक विरासत, राष्ट्रीय एकता, शांति एवं सद्भाव तथा हमारे प्रयासों और उपलब्धियों का परिचायक है । डा. सिंघल ने बताया कि बीएचईएल सभी राष्ट्रीय अभियानों को पूरा करने में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है । अपने स्वागत सम्बोधन में बीएचईएल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक श्री पी. सी. झा ने कहा कि नए विचारों, संकल्पों और आत्मनिर्भरता का अमृत प्राप्त करना ही इस महोत्सव का वास्तविक उद्देश्य है । कार्यक्रमों की श्रंखला में सीएमडी महोदय ने, समूचे बीएचईएल एवं विशेष रूप से हरिद्वार इकाई की अब तक की विकास यात्रा से सम्बंधित एक प्रदर्शनी का भी ऑनलाइन उद्घाटन किया । इसमें उत्तराखण्ड के गुमनाम स्वतंत्रता नायकों जैसे विशनी देवी शाह, अनुसूया प्रसाद बहुगुणा, कालू सिंह महारा तथा वीर चन्द्र सिंह गढवाली को विशेष रुप से याद किया गया । साथ ही बीएचईएल हरिद्वार उपनगरी में निर्मित किए गए एक बायो-डाइजेस्टर टॉयलेट क्लस्टर का भी ऑनलाइन लोकार्पण किया । उल्लेखनीय है कि ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में भारी उद्योग मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों, बीएचईएल निदेशक मंडल के सदस्यों, कंपनी की सभी निर्माण इकाईयों एवं विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुखों, कारपोरेट कार्यालय तथा बीएचईएल हरिद्वार के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने प्रतिभागिता की । महाप्रबंधक (अभियांत्रिकी एवं पीसीआरआई) श्री के. बी. बत्रा ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा । राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ ।