रेशमलाल जांगडे़ जी का जन्म 15 फरवरी सन् 1925 में बलौदा बाजार के परसाडीह ग्राम में हुआ था। श्री जांगड़े जी हाईस्कूल की शिक्षा के लिये रायपुर आये। यहां छात्रावास में रहते हुये रायपुर के गांधीवादी नेताओं के सम्पर्क में आकर सत्याग्रही हो गये थे। आपका परिवार प्रांरभ से कांग्रेस के आंदोलनों भाग लेता था। उनके प्रमुख सहयोगी मूलचंद एवं परमेश्वर दयाल थे।
जांगड़े जी जब कक्षा 11वीं. में पढ़ रहे थे, उसी समय भारत छोड़ो आंदोलन प्रारंभ हो गया था। रायपुर में प्रत्येक दिवस जुलूस निकल रहे थे और बड़ी संख्या में गिरफ्तारी हो रही थी। 11 अगस्त कांग्रेस के अधिवेशन से भाग लेकर लौटते समय रायपुर रेल्वे स्टेशन में ग्वालदास डागा, मनोहर लाल श्रीवास्तव, सेठ लक्ष्मीचन्द्र गिरफ्तार कर लिये गये। इसके प्रतिरोध स्वरुप 12 अगस्त सन् 1942 को जुलूस निकाला गया जिसमें जांगड़े जी भी थे। यह जुलूस गांधी चैक पहुंचा। यहां पर जांगड़े जी जिनकी उम्र उस समय 15 वर्ष ही थी मंच में चढ़कर एक जोशीला भाषण दिया जिसमें उन्होंने शहीद भगत सिंह, चन्द्रषेखर आजाद और सुभाषचन्द्र बोस के कार्यो को याद किया, इंकलाब जिंदाबाद और भारत माता की जय के नारे लगाये थे।
सभा स्थल में उपस्थित मजिस्ट्रेट जी.डी. केरावाला ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया । नाबालिग होने के कारण उन्हें 15 दिवस का कारावास दिया गया। उनका देहावसान 11 अगस्त 2014 में हुआ।
References:
- मध्य प्रदेश शासन द्वारा प्रदत्त जेल प्रमाण पत्र
- मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रदत्त प्रषस्ति पत्र
- हेमचंद जांगड़े (उनके पुत्र) द्वारा प्राप्त जानकारी, 20 जून 2022