मानक सतनामी का जन्म कवर्धा जिले के रेंगाखार गांव में सन् 1912 में हुआ था। इनके पिता का नाम धनीराम सतनामी था। मानक जी ने अपनी प्राथामिक शिक्षा रेंगाखार से प्राप्त की थी । उन में प्रारंभ से ही राष्ट्रीयता की भावना बलवती थी और वे स्वतंत्रता आंदोलन की घटनाओं से जुड़ गए थे। वे महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित थे। उन्होंने सन् 1931 के कंराची अधिवेशन में भाग लिया था। सन् 1932 में सविनय अवज्ञा आंदोलन में उन्होंने विदेषी वस्त्रों के बहिष्कार में अपनी हिस्सेदारी दी। अपने साथिओं के साथ मुंगेली, बिलासपुर, व वर्धा सहित कई जगहों में विदेशी वस्त्र आंदोलन में भाग लेते रहे। इसी कारण से उन्हें कारावास का दण्ड मिला। 23 जनवरी सन् 1932 को उन्हें बिलासपुर में गिरफ्तार किया गया। 4 फरवरी को बिलासपुर से अमरावती स्थानांरित किए गए। उन्हें कुल चार माह का कारावास और 20 दिन का सश्रम कारावास तथा 22 रुपये का अर्थदण्ड की सजा मिली थी। मानक जी धारा 4 आर्डिनेंस नं. 5, 1932 के अंतर्गत गिरफ्तार किये गये थे।
References:
- बिलासपुर जेल से जारी प्रमाण पत्र
- प्रीतम कोसले (नाते)से साक्षात्कार में प्राप्त जानकारी 10.06.2022
- बिलासपुर जिले के स्वतंत्रता संग्राम सैनिक परिचय, नगर पालिका निगम बिलासपुर (म.प्र.), क्रं.134
- कार्यालय अधीक्षक जिला जेल प्रथम श्रेणी म.प्र. स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की सूची क्रं.14, बंदी क्रं.51