मालूराम केडिया जी का जन्म राजस्थान के केड गांव में 9 नवंबर सन् 1920 को हुआ था। उनके पिता का नाम नागरमल केडिया व माता का नाम मुली बाई केडिया था। जन्म के कुछ समय बाद ही केड से अकलतरा आ गये थे। उनकी प्रांरभिक शिक्षा अकलतारा से हुई थी। वे विनोबा भावे जी से काफी प्रभावित थे और उन्हें अपना प्रेरणा स्त्रोत मानते थे। उन्होंने बैरिस्टर छेदी लाल के नेतृत्व में बिलासपुर में विदेशी वस्त्र बहिष्कार में भाग लिया। वे गिरफ्तार किये गये और उन्हें 1 वर्ष 6 माह की जेल की सजा दी गई। जिसमें 6 माह सश्रम कारावास की सजा थी, साथ ही 200 रुपये अर्थदण्ड भी लगाया गया था। उस समय केडिया जी की आयु 22 वर्ष की थी।
मालूराम केडिया ने अकलतरा स्थित रेलवे स्टेशन मेें महात्मा गांधी जी से मुलाकात भी की थी, और उन्हें कच्चे सूत की माला अर्पित की बाद में सारी उम्र खादी धारण करते रहे। साथ ही लोगों को खादी वस्त्र धारण करने प्ररित करते थे। इसके पिछे उनका मुख्य उद्देश्य स्वदेशी कारोबारों को बढ़ावा देना था। आजादी प्राप्ति के बाद भी केडिया जी साबरमती आश्रम जाया करते थे। 2 जून सन् 2009 को उनका स्वर्गवास हो गया।
References:
- बिलासपुर कलेक्टेªट द्वारा जारी प्रमाण पत्र
- बिलासपुर जिले के स्वतंत्रता संग्राम सैनिक परिचय, नगर पालिका निगम बिलासपुर (म.प्र.), क्रं.135
- 15 अगस्त 1972 में दिया गया ताम्रपत्र
- श्री अमित केडिया (मालूराम केडिया के नाती)से साक्षात्कार में मिली जानकारी के अनुसार